नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर ढेर सारी बंदूकों और पैसों का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि यह लखनऊ में हकीम सलाउद्दीन के घर से कथित तौर पर बरामद हुई 3,000 से ज्यादा बंदूक है। पोस्ट में यह भी कहा जा रहा है कि हकीम सलाहुद्दीन के घर से कथित 50,000 कारतूसों की 20 बोरियां और नकदी भी जब्त की गई है।
विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल वीडियो को लेकर किया जा रहा दावा गलत है। वीडियो हाल-फिलहाल का नहीं, बल्कि करीब चार साल पुराना है और अफगानिस्तान का है।
क्या हो रहा है वायरल ?
फेसबुक यूजर संजय सागर ने 30 जून 2025 को वायरल वीडियो को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, “लखनऊ में हकीम सलाउद्दीन के घर से 3,000 से ज़्यादा बंदूकें और 50,000 कारतूसों के साथ 20 बोरियाँ, साथ ही नकदी भी जब्त की गई कानून प्रवर्तन की नाक के नीचे एक निजी आयुध कारखाना – यह कितना गहरा है?”
पोस्ट के आर्काइव लिंक को यहां पर देखें।

पड़ताल
वायरल दावे की सच्चाई जानने के लिए हमने इनविड टूल की मदद वीडियो के कई कीफ्रेम निकाले और उन्हें गूगल रिवर्स इमेज की मदद से सर्च किया। हमें वायरल वीडियो C4H10FO2P नाम के यूट्यूब चैनल पर मिला। वीडियो को 16 अगस्त 2021 को अपलोड किया गया था। मौजूद जानकारी के मुताबिक, वीडियो अफगानिस्तान का है।
गूगल पर संबंधित कीवर्ड्स की मदद से सर्च करने पर हमें वायरल वीडियो से जुड़ी रिपोर्ट एबीपी न्यूज के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर मिली। वीडियो को 30 अगस्त 2021 को शेयर किया गया था। मौजूद जानकारी के मुताबिक, वीडियो अफगानिस्तान में तालिबान के यूएस के हथियारों पर कब्जा जमाने का है।
टीवी9 भारतवर्ष की वेबसाइट पर 28 जून 2025 को प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, “लखनऊ के मलिहाबाद थाना क्षेत्र में पुलिस ने अवैध असलहा फैक्ट्री का भंडाफोड़ करते हुए 68 वर्षीय हकीम सलाउद्दीन उर्फ लाला को गिरफ्तार किया है। सलाउद्दीन पर कश्मीर तक अवैध हथियारों की तस्करी करने पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) के संदिग्धों से बातचीत करने का आरोप हैं।”
लखनऊ पुलिस के आधिकारिक एक्स अकाउंट पर 27 जून 2025 को जारी एक बयान के मुताबिक, “पुलिस को 03 अदद पिस्टल, 03 अदद देशी तमंचा, 01 अदद रायफल, 07 अदद एयरगन, 88 अदद जिंदा कारतूस, 40 अदद खोखा कारतूस 22 बोर, 30 अदद कारतूस 12 बोर, 02 अदद कारतूस जिंदा 32 बोर, 01 अदद खोखा 32 बोर, 06 अदद बांका, 02 अदद छूरी, 01 अदद आरी, 09 अदद फरसा,गड़ांसे, अर्द्धनिर्मित शस्त्र , सामान एंव अवैध शस्त्र तैयार करने के उपकरण, नगद रुपये, प्रतिबंधित पशु (हिरन) की खाल मिली है।”
अधिक जानकारी के लिए हमने मलिहाबाद के एसएचओ सुरेंद्र सिंह भाटी से संपर्क किया। उन्होंने दावे का खंडन किया है। उन्होंने बताया कि वीडियो लखनऊ का नहीं है।
अंत में हमने वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर के अकाउंट को स्कैन किया। हमने पाया कि यूजर को करीब चार हजार लोग फॉलो करते हैं। यूजर एक विचारधारा से प्रेरित पोस्ट को शेयर करता है।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि हथियारों के वायरल वीडियो को लेकर किया जा रहा दावा गलत है। वीडियो हाल-फिलहाल का नहीं, बल्कि करीब चार साल पुराना है और अफगानिस्तान का है।
The post Fact Check: हथियारों के पुराने वीडियो को लखनऊ के हकीम सलाउद्दीन मामले से जोड़कर किया जा रहा वायरल appeared first on Vishvas News.
0 Comments