नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। भारत में साइबर अपराधों में ‘वर्क-फ्रॉम-होम’ या ‘पार्ट-टाइम जॉब स्कैम’ के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। साइबर अपराधी बड़ी कंपनियों के नाम पर लोगों को ज्यादा कमाई का लालच देकर धोखाधड़ी करते हैं। नौकरी देने के लिए पंजीकरण शुल्क, ट्रेनिंग फीस या ‘लाइक’ और ‘रिव्यू’ करने की नौकरियां ऑफर की जाती हैं। इन झूठे ऑफर्स के जरिए धोखेबाज नौकरी ढूंढने वालों से पैसे या उनकी निजी जानकारी चोरी करते हैं। आज इस रिपोर्ट में हम बताने जा रहे हैं कि किस तरह से आप इन स्कैम्स को पहचानकर नुकसान से बच सकते हैं।
क्या होता है जॉब स्कैम?
स्कैम के इस तरीके में धोखेबाज खुद को असली कंपनी या रिक्रूटर बताते हैं। इनका मकसद लोगों से पैसे ठगना होता है।

क्या है तरीका?
धोखेबाज़ अक्सर नकली कंपनी की वेबसाइटें या फर्जी नौकरी पोर्टल बनाते हैं। वे सोशल मीडिया पर भी फर्जी नौकरी के विज्ञापन डालते हैं, जिनका उद्देश्य लोगों को फंसाना होता

‘लाइक’ के फेर में न फंसें
किसी उत्पाद या वीडियो को ‘लाइक’ या ‘रिव्यू’ करने के बदले में अधिक कमाई का लालच दिया जाता है। आपको हर क्लिक पर कमीशन मिलने का वादा किया जाता है।

घटनाएं
जॉब स्कैम्स के शिकार कई लोग हो चुके हैं।

ऐसे बचें!
तो चलिए अब जानते हैं कि फेक जॉब्स स्कैम्स से होने वाले फ्रॉड से कैसे बचा जा सकता है। इससे बचने के लिए हमें किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।

कैसे पहचानें?
साइबर अपराधी आपको ज्यादातर ईमेल और मैसेज के जरिये ठगने की कोशिश करते हैं। आपको ऐसे ऑफर और लुभावने मैसेज भेजे जाते हैं, जो देखने में लगते हैं कि आधिकारिक वेबसाइट ने भेजे हैं।

कहां करें शिकायत?
अगर आप भी ऐसी ठगी का शिकार हुए हैं और इसकी शिकायत करना चाहते हैं, तो आइये जानते हैं आपको इसके लिए क्या करना होगा और आप इसकी कहां पर शिकायत कर सकते हैं।

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