नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। क्रिसमस के मौके पर पंजाब के अलग-अलग शहरों में ईसा मसीह से जुड़ी धार्मिक यात्राएं निकाली गई। इसी से जोड़कर सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में देखा जा सकता है कि कुछ लोग ईसा मसीह के बारे में बताते और उन्हें दिखाते हुए धार्मिक यात्रा निकाल रहे हैं। वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि यह पंजाब का वीडियो है। जहां पर क्रिसमस के मौके पर लोगों ने ईसा मसीह के बारे में बताया।
विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल दावा भ्रामक है। यह वीडियो पंजाब का नहीं, बल्कि जम्मू का है। मार्च में गुड फ्राइडे और ईस्टर डे के मौके पर जम्मू और कश्मीर संयुक्त चर्च फ़ेलोशिप ने यह धार्मिक यात्रा निकाली थी।
क्या हो रहा है वायरल ?
फेसबुक यूजर ‘दुर्गेश सिंह’ ने 31 दिसंबर 2024 को वीडियो को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, “Drama progressing in Punjab AAP हैं तो मुमकिन है।”
पोस्ट के आर्काइव लिंक को यहां पर देखें।
पड़ताल
वायरल दावे की सच्चाई जानने के लिए हमने वीडियो को गौर से देखा। वीडियो में एक जगह पर दुकान का नाम गुलाम रसूल एंड सन्स लिखा हुआ है। इसके बारे में गूगल पर सर्च करने पर हमने पाया कि यह जम्मू में स्थित है और इसके पास ही में एक क्रिश्चियन कॉलोनी भी है।
प्राप्त जानकारी के आधार पर हमने गूगल पर संबंधित कीवर्ड्स की मदद से सर्च किया। हमें दावे से जुड़ी एक रिपोर्ट बोल्ड न्यूज ऑनलाइन नामक एक वेबसाइट पर मिली। रिपोर्ट को 28 मार्च 2024 को प्रकाशित किया गया था। रिपोर्ट के अनुसार, ईसा मसीह को श्रद्धांजलि देते हुए जम्मू और कश्मीर संयुक्त चर्च फेलोशिप ने गुड फ्राइडे और ईस्टर डे के मौके पर ईसा मसीह पर हुए अत्याचार की घटना से जुड़ी धार्मिक यात्रा निकाली थी।
पड़ताल के दौरान हमें वीडियो का लंबा वर्जन न्यू न्यूज जेके के यूट्यूब चैनल पर मिली। वीडियो को 27 मार्च 2024 को अपलोड किया गया था। यहां पर भी वीडियो को लेकर यही जानकारी दी गई है कि जम्मू और कश्मीर संयुक्त चर्च फेलोशिप ने गुड फ्राइडे और ईस्टर डे के मौके पर इस धार्मिक यात्रा को निकाला था।
अन्य न्यूज रिपोर्ट को यहां पर देखा जा सकता है।
अधिक जानकारी के लिए हमने जम्मू दैनिक जागरण के रिपोर्टर अंचल सिंह से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया कि वायरल दावा भ्रामक है। यह वीडियो मार्च 2024 में क्रिश्चियन कम्युनिटी की ओर से निकाली गई धार्मिक यात्रा का है।
गौरतलब है कि आजतक की एक रिपोर्ट के मुताबिक, पंजाब में क्रिश्चन आबादी काफी कम है। लेकिन वहां पर ईसाई धर्म से जुड़े त्योहारों को जोरोशोरों से मनाया जा रहा है। जबकि पहले ऐसा नहीं हुआ करता था। ऐसे में धर्मांतरण का मुद्दा तेजी पकड़ता जा रहा है। एबीपी न्यूज की एक रिपोर्ट के अनुसार, बीजेपी ने भगवंत मान सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा था कि पंजाब में धर्मांतरण बढ़ रहा है और इसके लिए जिम्मेदार आप सरकार है।
अंत में हमने वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर के अकाउंट को स्कैन किया। हमने पाया कि यूजर एक विचारधारा से जुड़ी पोस्ट को शेयर करता है।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि ईसाइयों की धार्मिक यात्रा के वायरल वीडियो को लेकर किया जा रहा दावा भ्रामक है। यह वीडियो पंजाब का नहीं, बल्कि जम्मू-कश्मीर का है। मार्च में गुड फ्राइडे और ईस्टर डे के मौके पर जम्मू और कश्मीर संयुक्त चर्च फ़ेलोशिप ने ईसा मसीह पर हुए अत्याचार की घटना की यह धार्मिक यात्रा निकाली थी।
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