What's Hot

6/recent/ticker-posts

Fact Check: रोनाल्डो के मक्का में नमाज पढ़ने की यह तस्वीर वास्तविक नहीं, AI क्रिएटेड है

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। सोशल मीडिया पर फुटबॉलर क्रिस्टियानो रोनाल्डो की कुछ तस्वीरें तेजी से वायरल हो रही हैं, जिसमें उन्हें मक्का में देखा जा सकता है। यूजर्स इन तस्वीरों को शेयर कर दावा कर रहे हैं कि रोनाल्डो की यह तस्वीरें मक्का की हैं।  यूजर इन फोटो को असली समझ शेयर कर रहे हैं।

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल दावा गलत है। क्रिस्टियानो रोनाल्डो की वायरल तस्वीरें असली नहीं है, बल्कि एआई  यानी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के द्वारा तैयार की गई हैं। जिसे असली समझकर गलत दावे से शेयर किया जा रहा है।

क्या है वायरल पोस्ट में?

फेसबुक यूजर ‘कैफ खान’ (आर्काइव लिंक) ने 20 दिसंबर 2024 को इस कोलाज को शेयर करते हुए लिखा है, “माशाअल्लाह रोनाल्डो की बेहद खूबसूरत सामने आई है मक्का से..”

ऐसे ही एक अन्य इंस्टाग्राम यूजर dilshad_khan_chandeni ने भी इन तस्वीरों को शेयर किया है। 19 दिसंबर 2024 को शेयर की गई तस्वीरों में दावा किया गया,”माशाअल्लाह Cristiano Ronaldo [ रोनाल्डो] की बेहद खूबसूरत तस्वीर सामने आई है मक्का से”

पड़ताल

वायरल दावे की पड़ताल के लिए हमने सबसे पहले संबंधित कीवर्ड से सर्च किया। हमें वायरल दावे से जुड़ी कोई भी विश्वसनीय न्यूज रिपोर्ट नहीं मिली।

जांच को आगे बढ़ाते हुए हमने तस्वीरों को ध्यान से देखा। इन तस्वीरों में रोशनी और रंग हर जगह एक जैसे नहीं लग रहे है,जो असली फोटो में आमतौर पर नहीं होता। एक फोटो में रोनाल्डो की 6 उंगलियां दिख रही हैं, जिससे साफ़ है की यह तस्वीरें AI निर्मित हैं।

हमने इस तस्वीर को एआई की मदद से बने मल्टीमीडिया की जांच करने वाले टूल्स की मदद से सर्च किया। हमने हाइव मॉडरेशन की मदद से भी फोटो को सर्च किया। इस टूल में फोटो के एआई निर्मित होने की संभावना 93.6 फीसदी बताई गई।

हमने कोलाज में मौजूद दूसरी तस्वीर को decopy.ai टूल की मदद से सर्च किया। इस टूल में तस्वीर को 99.9 फीसदी तक एआई जेनरेटेड बताया।

क्रिस्टियानो रोनाल्डो से जुड़े पहले भी कई दावे सोशल मीडिया पर वायरल हुए है। जिन्हें रोनाल्डो के इस्लाम स्वीकार करने के दावे से शेयर किया गया था। इन सभी दावों के फैक्ट चेक रिपोर्ट को यहां पढ़ा जा सकता है।

हमने वायरल पोस्ट को एआई और इमर्जिंग टेक्नोलॉजी में काम कर रहे रिसर्चर अजहर माचवे को भेजा। उन्होंने तस्वीरों को एआई जेनरेटेड बताया है। उन्होंने कहा कि तस्वीरों में लाइटिंग सही नहीं है और हाथों की बनावट भी अजीब है। जिससे साफ़ है कि यह तस्वीरें एआई के इस्तेमाल से बनाई गई है।

अंत में हमने पोस्ट को शेयर करने वाले यूजर की प्रोफाइल को स्कैन किया। पता चला यूजर को फेसबुक पर 13 हजार लोग फॉलो करते हैं। यूजर ने स्वयं को राजस्थान, भिवंडी का बताया है।

The post Fact Check: रोनाल्डो के मक्का में नमाज पढ़ने की यह तस्वीर वास्तविक नहीं, AI क्रिएटेड है appeared first on Vishvas News.

Post a Comment

0 Comments