नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के तहत मोकामा में छह नवंबर को मतदान हो चुका है। यहां प्रमुख मुकाबला जदयू प्रत्याशी अनंत सिंह और राजद प्रत्याशी वीणा देवी के बीच है। इसी बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें अनंत सिंह के साथ चल रहे एक पुलिसकर्मी को पंखा और ब्रीफकेस पकड़े हुए देखा जा सकता है। सोशल मीडिया पर कुछ यूजर्स इस वीडियो को दुलारचंद हत्याकांड के बाद पूर्व विधायक अनंत सिंह के जेल जाने से जोड़कर वायरल कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर कई यूजर्स वीडियो को अभी का बताकर शेयर कर रहे हैं।
विश्वास न्यूज ने इसकी विस्तार से जांच की। वीडियो पुराना साबित हुआ। यह अगस्त 2025 का है। उस वक्त अनंत सिंह जेल से रिहा होकर बाहर आए थे। वीडियो बिहार चुनाव के बीच का नहीं है। हमारी जांच में वायरल पोस्ट में किया गया दावा भ्रामक साबित हुआ।
क्या हो रहा है वायरल
फेसबुक पर एम कुमार यादव नाम के एक यूजर ने 3 नवंबर को अनंत सिंह का एक वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा, “दुनिया भर की पुलिस अपराधियों को अपराधी की तरह ट्रीट करती है, एक तरफ हमारी बिहार पुलिस है जो अपराधियों को इंसान की तरह ट्रीट करती है, देखिए कैसे एक पुलिस वाला आतंकी अनंत सिंह का पंखा और ब्रीफकेस लिए है, इस तरह की पुलिसिंग पूरी दुनिया के लिए एक केस स्टडी बन सकती है।”

विश्वास न्यूज ने वायरल पोस्ट के कंटेंट को यहां ज्यों का त्यों ही लिखा गया है। इसे सच मानकर कई यूजर्स शेयर कर रहे हैं। पोस्ट का आर्काइव वर्जन यहां देखें।
पड़ताल
विश्वास न्यूज ने वायरल वीडियो के बारे में जानने के लिए कई कीवर्ड के जरिए सर्च किया। हमें Live Cities Media Private Limited नाम के एक यूट्यूब चैनल पर वायरल वीडियो से मिलता-जुलता फुटेज मिला। 6 अगस्त 2025 को अपलोड इस वीडियो के बारे में बताया गया कि यह उस वक्त का है, जब अनंत सिंह बेऊर जेल से बाहर आए थे।
सर्च के दौरान हमें एनडीटीवी की वेबसाइट पर एक खबर मिली। 6 अगस्त 2025 की इस खबर में वायरल वीडियो के ग्रैब्स का इस्तेमाल किया गया। इसमें बताया गया कि मोकामा के पूर्व विधायक अनंत सिंह बेऊर जेल से रिहा हो गए हैं। मोकामा में पंचमहला थाने में गोलीबारी के मामले में जनवरी से अनंत सिंह जेल में थे।
फिलहाल अनंत सिंह बेऊर जेल में बंद है। मोकामा विधानसभा क्षेत्र के पंडारक प्रखंड के भदौर थाना क्षेत्र में जनसुराज प्रत्याशी के समर्थक दुलारचंद यादव की हत्या मामले में गिरफ्तार मोकामा से जदयू प्रत्याशी अनंत सिंह को उनके दो समर्थकों के साथ विशेष सुरक्षा वार्ड में रखा गया है।
विश्वास न्यूज ने जांच के अगले चरण में दैनिक जागरण, पटना के क्राइम रिपोर्टर प्रशांत कुमार से संपर्क किया। उनके साथ वायरल वीडियो को शेयर किया। उन्होंने बताया कि अनंत सिंह का वायरल वीडियो पुराना है। इसका वर्तमान गिरफ्तारी से कोई संबंध नहीं है।
पड़ताल के अंत में अनंत सिंह के पुराने वीडियो को अब वायरल करने वाले यूजर की जांच की गई। पता चला कि यूजर एम कुमार यादव को पांच हजार से ज्यादा लोग फॉलो करते हैं। यूजर ने यह अकाउंट मई 2012 को बनाया था।
निष्कर्ष : विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल पोस्ट फर्जी साबित हुई। अनंत सिंह का वायरल वीडियो अगस्त का है, जब वे बेऊर जेल से बाहर आए थे। इस वीडियो का अनंत सिंह के अभी जेल जाने से कोई संबंध नहीं है। अगस्त के वीडियो को बिहार चुनाव के बीच भ्रामक दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।
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