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पहलगाम हमले के बाद उर्दू भाषी लोगों को ऐसे किया गया टारगेट

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। भारत-पाकिस्तान तनाव के इस संवेदनशील दौर में सोशल मीडिया पर कुछ यूजर्स ने उर्दूभाषी समुदाय को भी निशाना बनाने की कोशिश की। पाकिस्तानी यूजर्स की तरफ से न सिर्फ अपने लोगों को टारगेट करते देखा गया बल्कि हमारे लोगों को भी टारगेट किया गया। इन झूठे दावों के जरिए नफरत फैलाने, भ्रम पैदा करने और सामाजिक ताने-बाने को कमजोर करने की साजिश रची गई।

आइये जानते हैं ऐसे आर्टिकल के बारे में, जिनका विश्वास न्यूज़ ने ‘ऑपरेशन सिन्दूर’ दौरान फैक्ट चेक किया है।

पहला दावा

पहलगाम हमले के बाद सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें एक बड़े इलाके में आग लगी हुई देखी जा सकती है। वीडियो शेयर करते हुए दावा किया गया कि दिल्ली-एनसीआर के गुरुग्राम में मिसाइल से हमला हुआ और यह उसी का वीडियो है। वीडियो पर उर्दू में कैप्शन लिखा गया है।

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल वीडियो का भारत- पाकिस्तान के मौजूदा तनाव से कोई संबंध नहीं है। यह गुरुग्राम के बसई चौक का लगभग एक महीने पुराना वीडियो है, जब वहां आग लग गई थी।

पूरी रिपोर्ट को यहां पढ़ा जा सकता है।

दूसरा दावा

भारत- पाकिस्तान के बीच चल रहे तनाव के बीच एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें एक जगह पर ज़ोरदार धमाके के साथ आग की लपटों को उठते हुए देखा जा सकता है। वीडियो को शेयर करते हुए दावा किया गया कि भारतीय कार्रवाई का यह वीडियो पाकिस्तान के लाहौर का है। इस वीडियो को भारत और पाकिस्तान दोनों के ही सोशल मीडिया यूजर ने खूब फैलाया। हमारा उर्दू फैक्ट चेक यहां पढ़ा जा सकता है।

हमने पाया कि वायरल हो रहा वीडियो साल 2020 का लाहौर का उस वक्त है, जब एलपीजी टैंकर में आग लगने का मामला सामने आया था। उसी वक्त के वीडियो को अब फर्जी दावे के साथ भारत- पाकिस्तान तनाव से जोड़कर हालिया बताते हुए वायरल किया जा रहा है।

पूरी रिपोर्ट को यहां पढ़ा जा सकता है।

तीसरा दावा

पहलगाम हमले के बाद एक वीडियो तेजी से वायरल हुआ, जिसमें कुछ लोग एक सैन्य ट्रक में तोड़फोड़ करते नजर आये। पाकिस्तान का वीडियो शेयर करते हुए यूजर्स ने दावा किया कि यह वीडियो जम्मू-कश्मीर का है, जहां लोगों ने सीमा पर जा रहे सैन्य वाहनों को रोककर सामान लूट लिया। वीडियो को पाकिस्तानी यूजर के जरिये फैलाया गया।

विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में पाया कि वायरल किया जा रहा दावा झूठा है। इस वीडियो का जम्मू-कश्मीर या पहलगाम हमले से कोई संबंध नहीं है। यह वीडियो 2009 का तमिलनाडु का है। पुराने वीडियो को फर्जी दावे के साथ पाकिस्तान से फैलाया गया।

पूरी रिपोर्ट को यहां पढ़ा जा सकता है।

चौथा दावा

‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद दुर्घटनाग्रस्त लड़ाकू विमान का एक वीडियो वायरल हुआ। वीडियो को पाकिस्तानी यूजर ने शेयर करते हुए दावा किया कि पाकिस्तानी सेना ने भारत के एक फाइटर जेट को मार गिराया है।

हमने पाया कि इस वीडियो का ‘ऑपरेशन सिंदूर’ से कोई लेना-देना नहीं था। दरअसल,फरवरी में मध्य प्रदेश के शिवपुरी में सेना का फाइटर जेट क्रैश हो गया था। हालांकि, दोनों पायलट सुरक्षित बच गये थे।

पूरी रिपोर्ट को यहां पढ़ा जा सकता है।

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