नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर नासा के नाम से एक पोस्ट वायरल हो रही हैं, जिसमें दावा किया जा रहा है कि नासा ने माना है कि भारतीय पंचांग से सूर्यग्रहण की सटीक जानकारी मिलती है। कई यूजर्स इस पोस्ट को सच समझकर शेयर कर रहे है।
विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में वायरल दावे को गलत पाया। नासा द्वारा सूर्यग्रहण की सटीक जानकारी भारतीय पंचांग से मिलने का दावा करती पोस्ट व्यंग्य में लिखी गई थी। असल में ‘द फॉक्सी’ नाम की मजाकिया वेबसाइट ने इस तरह की एक रिपोर्ट 29 जून 2021 को छापी थी, जिसे अब कुछ यूजर्स सच मानकर शेयर कर रहे हैं।
क्या है वायरल पोस्ट में?
फेसबुक यूजर ‘चौधरी धीरेन‘ ने वायरल पोस्ट को शेयर करते हुए लिखा है, “120 करोड़ खर्च करने के बाद नासा नें भी माना कि सूर्यग्रहण की सटीक जानकारी भारतीय पंचांग में मिलती है जय सनातन”
वायरल पोस्ट का आर्काइव लिंक यहां देखें।
पड़ताल
वायरल दावे की सच्चाई जानने के लिए हमने संबंधित कीवर्ड से गूगल पर सर्च किया। हमें दावे से जुड़ी कोई भी मीडिया रिपोर्ट नहीं मिली। अगर नासा ने ऐसी कोई घोषणा की होती तो, इससे जुड़ी खबर किसी न किसी न्यूज वेबसाइट पर होती।
जांच को आगे बढ़ाते हुए नासा के आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल को चेक किया। हमें दावे से जुड़ी कोई पोस्ट नहीं मिली। हमने नासा की वेबसाइट पर भी सर्च किया, हमें वहां भी ऐसी कोई जानकारी नहीं मिली।
हमने नासा के एफएक्यू सेक्सन को भी चेक किया। यहां बताया गया है कि ग्रहण की गणना वैज्ञानिक तरीके से की जाती है। नासा के ही एक पेज पर हमें ग्रहण की गणना के तरीके के बारे में जानकारी मिली। इसमें बताया गया है कि, जावास्क्रिप्ट सोलर एक्लिप्स एक्सप्लोरर 1500 ईसा पूर्व से 3000 सीई तक किसी भी शहर से दिखाई देने वाले प्रत्येक सूर्य ग्रहण के लिए स्थानीय परिस्थितियों की गणना कर सकता है। एक्लिप्स एक्सप्लोरर जावास्क्रिप्ट सोलर एक्लिप्स कैलकुलेटर पर आधारित है। इस कैलकुलेटर को क्रिस ओ’बर्न और स्टीफन मैककैन ने बनाया था। मूल कैलकुलेटर यूजर द्वारा दी गई भौगोलिक स्थिति के लिए 1970 से 2039 की अवधि में किसी भी एक ग्रहण के लिए स्थानीय समय की भविष्यवाणी करता है। इसमें भारतीय पंचांग का कोई जिक्र नहीं किया गया है।
हमने एक बार फिर से गूगल पर सर्च किया। हमें thefauxy.com नाम की एक वेबसाइट पर वायरल पोस्ट से जुड़ी खबर मिली। इस खबर को 29 जून 2021 को पब्लिश किया गया था। हमने खबर को पूरा पढ़ा, इस खबर में नीचे लिखा हुआ है, भारत का सबसे बेहतरीन, सबसे तेज़ और काल्पनिक समाचार स्रोत। जिससे यह तो साफ़ है कि यह खबर असली नहीं है।
हमने इस वेबसाइट को पूरा खंगाला। पता चला कि यह वेबसाइट वैश्विक, राजनीति ,मनोरंजन, खेल, व्यापार और फिल्म समीक्षा जैसे खबरों को व्यंग्य के रूप में लिखते हैं। हमें कई नेताओं और फिल्म सितारों से जुड़ी व्यंग्यात्मक खबरें भी मिली।
इस वेबसाइट के अबाउट अस सेक्शन में लिखा हुआ है,”द फॉक्सी एक मनोरंजन वेबसाइट है। द फॉक्सी की सामग्री ऐसे व्यक्तियों के समूह द्वारा बनाई गई है, जो हास्य और मनोरंजन सामग्री बनाने के लिए जाने जाते हैं जो दैनिक आधार पर ऑनलाइन वायरल होती रहती है, खासकर सोशल मीडिया वेबसाइटों पर। द फॉक्सी की सामग्री मूल है और पूरी तरह से मनोरंजन के उद्देश्य से है।”
पहले भी यह पोस्ट समान दावे के साथ सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी, उस समय विश्वास न्यूज ने इसकी पुष्टि के लिए ‘द फॉक्सी’ वेबसाइट से ट्विटर के जरिए संपर्क किया था। उन्होंने बताया था, “द फॉक्सी में छपा प्रत्येक लेख काल्पनिक है। इस व्यंग्य को पूरी तरह से मनोरंजन के मकसद से लिखा गया है।”
फैक्ट चेक रिपोर्ट को यहां पढ़ा जा सकता है।
अंत में हमने यूजर के अकाउंट को स्कैन किया। हमने पाया कि यूजर के फेसबुक पर 5 हजार मित्र हैं।
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