देश के कई राज्यों में मानसून ने दस्तक दे दी है। भारी बारिश लोगों के लिए आफत बन गई है। बारिश के कारण कई जगह बादल फट गया है, तो कई जगह भूस्खलन हो रहा है। कई जगह भूस्खलन और बाढ़ से लोग बेहाल हैं। मौसम विभाग ने भी कई जगह अलर्ट जारी किया है। इसी बीच सोशल मीडिया पर कई दावे वायरल किए जा रहे हैं। इनमें से कई वीडियो किसी अन्य जगह के हैं, जिन्हे भारत का बताकर शेयर किया जा रहा है, तो कई वीडियो पुराने हैं, जिन्हे हालिया संदर्भ में शेयर कर भ्रम पैदा किया जा रहा है। बाढ़ के कई एआई वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल होते रहते हैं, जिन्हे यूजर्स असली घटना का समझकर शेयर करते हैं।
विश्वास न्यूज ने समय-समय पर वायरल हुए ऐसे कई दावों की पड़ताल की है। आज के इस फैक्ट चेक रिपोर्ट में हम ऐसे ही कुछ दावों के बारे में बताएंगे।
पहला दावा
जैसा कि हमने बताया की कुछ वीडियो पुराने होते हैं, पर उन्हें हालिया संदर्भ में शेयर किया जाता है। ऐसे ही एक वीडियो, जिसमें नदी के बीच कई सारी गाड़ियों को देखा जा सकता है, वायरल हुआ। वीडियो में एक गाडी पानी में बहते हुए देखा जा सकता है। सोशल मीडिया यूजर्स ने इस वीडियो को हालिया घटना बताकर शेयर किया। दावा किया जा रहा है कि कुल्लू में बादल फट गया है और कई गाड़ियां पानी में बह गई हैं।
विश्वास न्यूज ने विस्तार से वायरल वीडियो की जांच की और दावे को भ्रामक पाया। असल में वायरल किया जा रहा वीडियो हालिया नहीं है, बल्कि साल 2023 का है। जब मनाली में ब्यास नदी के किनारे खड़ी गाड़ियां बह गई थी। उसी घटना को कुछ लोग हालिया बताकर शेयर कर रहे हैं।
पूरी रिपोर्ट को यहां पढ़ा जा सकता है:
दूसरा दावा
असम के कई जिलों में आई बाढ़ के कारण लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इसी बाढ़ से जोड़ते हुए सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में रोड पर बनी दुकानों को पानी में बहते हुए देखा जा सकता है। इस वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि यह असम की गुवाहाटी में आई बाढ़ का है। वहीं, कई यूजर्स इसे बिहार और अगरतला का भी बता रहे हैं।
विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल दावा भ्रामक है। असल में वायरल वीडियो हाल-फिलहाल का नहीं, बल्कि साल 2023 का है। यह वीडियो असम का नहीं, बल्कि हिमाचल प्रदेश की सैंज वैली का है। हालांकि, असम में आई बाढ़ के कारण लोगों का जीवन प्रभावित हुआ है।
पूरी रिपोर्ट को यहां पढ़ा जा सकता है:
तीसरा दावा
देश के कई राज्यों में भारी बारिश के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। इस बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल किया गया। इस वीडियो में अलग-अलग वीडियो मौजूद है। पहले वीडियो में बिल्डिंग के सामने पानी भरा हुआ नजर आ रहा है। दूसरे वीडियो में गाड़ियों को पानी में तैरते और कुछ लोगों को गाड़ियों के ऊपर बैठे देखा जा सकता है। तीसरे और चौथे वीडियो में गाड़ियों को पानी में बहते हुए देखा जा सकता है। अब कुछ यूजर्स इस वीडियो को शेयर कर दावा कर रहे हैं कि यह वीडियो मुंबई का हालिया वीडियो है।
विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में इस दावे को गलत पाया। वायरल हो रहा वीडियो मुंबई का नहीं, बल्कि चीन का है, जिसे मुंबई का बताकर गलत दावे से शेयर किया जा रहा है। वीडियो को मुंबई के नाम से फर्जी दावे से शेयर किया जा रहा है।
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चौथा दावा
सोशल मीडिया में लोकल ट्रेन का एक वीडियो वायरल हो रहा है। इस ट्रेन को पानी से डूबी पटरियों से गुजरते हुए दिखाया गया है। दावा किया जा रहा है कि वायरल वीडियो यूपी के ललितपुर का है। इसे सच मानकर कई सोशल मीडिया यूजर्स शेयर कर रहे हैं।
विश्वास न्यूज ने विस्तार से इसकी जांच की। दावा फर्जी साबित हुआ। मुंबई के वीडियो को ललितपुर का बताकर झूठ फैलाया जा रहा है। वायरल वीडियो मुंबई के लोकल स्टेशन मस्जिद बंदर का है।
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पांचवां दावा
सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में कुछ लोगों को पुल बनाते हुए देखा जा सकता है। तभी अचानक पुल नीचे गिर जाता है और लोग दब जाते हैं। अब कुछ यूजर्स इस वीडियो को असली घटना का समझकर शेयर कर रहे हैं। दावा किया जा रहा है कि यह घटना बिहार के छपरा में हुई है। वीडियो को शेयर कर सरकार पर निशाना साधा जा रहा है।
विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में वायरल दावा को गलत पाया। असल में यह वीडियो किसी वास्तविक घटना का नहीं है, बल्कि सिंथेटिक है, जिसे एआई टूल्स की मदद से तैयार किया गया है। वीडियो को असली घटना का समझकर गलत दावे से शेयर किया जा रहा है।
पूरी रिपोर्ट को यहां पढ़ा जा सकता है:
छठा दावा
ऐसे ही नेपाल से जोड़कर भी एक वीडियो वायरल हुआ। इसमें एक क्षेत्र में काफी मात्रा में आसमान से पानी गिरते हुए देखा जा सकता है। कुछ यूजर्स इसे शेयर कर दावा कर रहे हैं कि यह वीडियो नेपाल में बादल फटने का लाइव फुटेज है।
विश्वास न्यूज की जांच में वायरल वीडियो एआई निर्मित निकला। यह वास्तिवक नहीं है।
पूरी रिपोर्ट को यहां पढ़ा जा सकता है:
सातवां दावा
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक शहर के बड़े से हिस्से को एक सिंकहोल में समाते देखा जा सकता है। पोस्ट में दावा किया जा रहा है कि यह वीडियो दुबई का है, जहाँ धरती फटने से ये हादसा हुआ।
विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल वीडियो असली नहीं है, बल्कि इसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से तैयार किया गया है। AI जेनरेटेड वीडियो को फर्जी दावे के साथ फैलाया जा रहा है।
पूरी रिपोर्ट को यहां पढ़ा जा सकता है:
विश्वास न्यूज की वेबसाइट पर ऐसे कई दावों से जुड़ी फैक्ट चेक रिपोर्ट को विस्तार से पढ़ सकते हैं। ।
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