नई दिल्ली (Vishvas News)। राजस्थान की राजधानी जयपुर में 17 अक्टूबर की रात आरएसएस कार्यकर्ताओं पर हुई चाकूबाजी का मामला गर्माया हुआ है। अब इस घटना को झूठे सांप्रदायिक दावे के साथ शेयर करके माहौल बिगाड़ने की कोशिश की जा रही है। दावा किया जा रहा है संघ कार्यकर्ताओं पर हमला करने वाले एक समुदाय विशेष से थे। कई यूजर्स आरोपियों को मुसलमान बताकर सोशल मीडिया पर पोस्ट कर रहे हैं।
विश्वास न्यूज ने विस्तार से वायरल दावों की जांच की। पता चला कि शरद पूर्णिमा की रात जयपुर में संघ कार्यकर्ताओं पर हमला करने वाले पड़ोस के ही लोग थे। सभी आरोपी हिंदू हैं। इस मामले में पुलिस ने आरोपी नसीब सिंह चौधरी, उसके बेटे भीष्म चौधरी और पत्नी निर्मला को गिरफ्तार कर लिया है।
क्या हो रहा है वायरल
फेसबुक यूजर BharatRaaj Rajpurohit ने 18 अक्टूबर को एक तस्वीर को शेयर करते हुए दावा किया, “जयपुर में समुदाय विशेष के लोगों ने फिर बिगड़ा सांप्रदायिक सौहार्द। जयपुर में RSS के स्वयंसेवकों पर चाकूबाजी कर जानलेवा हमला, मंदिर परिसर में जगह- जगह फैला खून और खीर। दरअसल, RSS स्वयंसेवक शरद पूर्णिमा महोत्सव कार्यक्रम में खीर वितरण कर रहे थे इसी बीच मंदिर में साज़िश के तहत स्वयंसेवकों पर चाकूओ से ताबड़तोड़ हमला किया गया।”

वायरल पोस्ट के कंटेंट को यहां ज्यों का त्यों ही लिखा गया है। इसे सच मानकर कई यूजर्स शेयर कर रहे हैं। पोस्ट का आर्काइव वर्जन यहां देखें।
पड़ताल
विश्वास न्यूज ने वायरल पोस्ट के आधार पर गूगल ओपन सर्च टूल का इस्तेमाल किया। यहां सर्च करने पर हमें कई ऐसी खबरें मिलीं, जिसमें जयपुर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ताओं के साथ हुई चाकूबाजी की खबर मिली। किसी भी खबर में यह नहीं बताया गया कि घटना में कोई सांप्रदायिक एंगल था।
सर्च के दौरान हमें एनडीटीवी राजस्थान की वेबसाइट पर एक खबर मिली। इसमें लिखा गया, “राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ताओं पर गुरुवार रात जयपुर के करणी विहार इलाके में हुई चाकूबाजी को लेकर एडिशनल कमिश्नर कुंवर राष्ट्रदीप ने बड़ा खुलासा किया है। शुक्रवार दोपहर एक इंटरव्यू में एसीपी ने बताया है कि हमला करने वाला आरोपी मुस्लिम नहीं, बल्कि हिंदू समाज से ही है। उसका नाम नसीब चौधरी है. उसके नाम की वजह से ही कन्फ्यूजन हुआ है, जिस कारण इस आपसी विवाद को सांप्रदायिक बताया जा रहा है। जबकि ऐसा कुछ नहीं है।”
जयपुर से प्रकाशित दैनिक भास्कर की खबर में बताया गया, “जयपुर करणी विहार इलाके की रजनी विहार कॉलोनी में गुरुवार रात 9:45 बजे आरएसएस कार्यकर्ताओं पर हुई चाकूबाजी बाजी का मामला शुक्रवार को भी गर्माया रहा। मामले में पुलिस ने ने नसीब सिंह चौधरी, उसके बेटे भीष्म सिंह और पत्नी निर्मला को गिरफ्तार कर तीन वाहनों को जब्त किया है। झगड़े का सीसीटीवी फुटेज सामने आया है। 7 मिनट के इस फुटेज में आरएसएस की जगदंबा नगर शाखा के सदस्य गुरुवार रात 9:45 बजे मंदिर प्रांगण में बैठे नजर आ रहे हैं। तभी नसीब, उसका बेटा भीष्म मंदिर पहुंचे और गाली-गलौज करते हुए खीर के भगोने को लात मारकर गिरा दिया। इस पर दोनों पक्षों में झगड़ा हो गया। तब तक नसीब की पत्नी निर्मला भी पहुंच गई। इस दौरान नसीब और भीष्म ने चाकू से हमला कर 8 लोगों को जख्मी कर दिया। मामले में भैरव नगर के हरेन्द्र चौधरी ने रिपोर्ट दर्ज करवाई है।” पूरी खबर को नीचे पढ़ा जा सकता है।

विश्वास न्यूज ने पड़ताल के दौरान जयपुर के एडिशनल पुलिस कमिश्नर कुंवर राष्ट्रदीप से संपर्क किया। उन्होंने स्पष्ट किया कि वायरल हो रही पोस्ट गलत है। आरोपी हिंदू है। नसीब चौधरी, उसकी पत्नी और बेटे भीष्म चौधरी को अरेस्ट किया जा चुका है।
जांच के अंत में झूठी सांप्रदायिक पोस्ट करने वाले यूजर की जांच की गई। भारत राज राजपुरोहित नाम के इस यूजर के फेसबुक पर चार हजार से ज्यादा फ्रेंड हैं। यह अकाउंट सितंबर 2013 को बनाया गया।
निष्कर्ष : विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल पोस्ट भ्रामक साबित हुई। जयपुर में संघ कार्यकर्ताओं पर हमला करने वाले सभी आरोपी हिंदू हैं। इस घटना में कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं है।
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