नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर सीसीटीवी फुटेज वीडियो का एक क्लिप वायरल हो रहा है, जिसमें एक लड़के को जानवर के साथ अप्राकृतिक संबंध बनाते हुए देखा जा सकता है। दावा किया जा रहा है कि यह वीडियो छत्तीसगढ़ का है, जहां मोहम्मदीन नाम के व्यक्ति ने पशु के साथ अप्राकृतिक यौनाचार किया।
विश्वास न्यूज की जांच में यह दावा गलत निकला, जिसे सांप्रदायिक रंग देकर वायरल किया जा रहा है। वायरल हो रहा वीडियो छत्तीसगढ़ के बालोद शहर में हुई घटना का है। इस मामले का आरोपी हिंदू समुदाय का और नाबालिग है। मामले में पुलिस की जांच जारी है और अभी तक चार्जशीट फाइल नहीं की गई है।
क्या है वायरल?
सोशल मीडिया यूजर ‘Reva Dwivedi’ ने वायरल वीडियो फुटेज (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए लिखा है, “छत्तीसगढ़ में पवित्र RUM JAAN से पहले बछडे के साथ क्रूरता करता मोहम्मदीन गिरफ्तार…जितना प्यार तुमने हमे होली में दिया है उसका चार गुना प्यार तुमको लौटाया जाएगा मियाँ।”

पड़ताल
वायरल पोस्ट में सीसीटीवी फुटेज का स्क्रीनशॉट नजर आ रहा है, जिस पर 25 फरवरी 2023 की तारीख नजर आ रही है। स्पष्ट है कि यह वीडियो हाल की किसी घटना का है। रिवर्स इमेज सर्च करने पर भास्कर डॉटकॉम की वेबसाइट पर 17 दिन पहले प्रकाशित रिपोर्ट मिली, जिसमें इस स्क्रीनशॉट का इस्तेमाल किया गया है।

रिपोर्ट के साथ दी गई जानकारी के मुताबिक, यह छत्तीसगढ़ के बालोद शहर में हुई घटना का सीसीटीवी फुटेज है। रिपोर्ट में कहा गया है, “बालोद शहर के बुधवारी बाजार इलाके के CCTV फुटेज में एक युवक बछड़े का यौन शोषण करते हुए नजर आ रहा है। इस वीडियो के सामने आने के बाद गौ सेवकों और हिंदू संगठनों में भारी आक्रोश है। इससे पहले भी युवक को ऐसा करते देख कुछ लोगों ने उसे पकड़ने की कोशिश की, लेकिन अंधेरे का फायदा उठाकर वो भाग गया था। अब मंगलवार को पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।”
रिपोर्ट के मुताबिक, “आरोपी नाबालिग है, जिसकी उम्र 17 साल है। इस घटना के खिलाफ विश्व हिंदू परिषद ने भी आरोपी के खिलाफ थाने में शिकायत की थी। अधिवक्ता दीपक सामटकर ने बताया कि कानून में इसके लिए आईपीसी की धारा 377 के तहत केस दर्ज किया जा सकता है। कोई भी किसी पुरुष, महिला या पशु के साथ प्रकृति की व्यवस्था के खिलाफ शारीरिक संबंध बनाता है, तो इस अपराध के लिए उसे 10 वर्ष की सजा या आजीवन कारावास की सजा हो सकती है।”
पुष्टि के लिए विश्वास न्यूज ने बालोद के थाना प्रभारी निरीक्षक नवीन बोरकर से संपर्क किया। उन्होंने पुष्टि करते हुए बताया कि इस मामले में कोई सांप्रदायिक पहलू शामिल नहीं है। उन्होंने कहा, “पुलिस ने इस मामले में एक नाबालिग को गिरफ्तार किया है, जो हिंदू समुदाय का है।” बोरकर ने कहा कि आरोपी नाबालिग के खिलाफ अभी चार्जशीट फाइल नहीं की गई है और उसे बाल संरक्षण में रखा गया है।
स्पष्ट है कि वायरल पोस्ट को सांप्रदायिक रंग देकर गलत दावे के साथ वायरल किया जा रहा है। न्यूज सर्च में हमें छत्तीसगढ़ में हुई एक अन्य ऐसी घटना की जानकारी मिली, जिसमें पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया है।
रिपोर्ट के मुताबिक, भट्टी थाना पुलिस क्षेत्र में होली के मौके पर हुई इस घटना में दो नाबालिग समेत चार को गिरफ्तार किया। दो बालिग आरोपियों का नाम सतीश चंद्र दास और मोहम्मद साहिल है। नाबालिग होने की वजह से दो अन्य आरोपियों के नाम का जिक्र यहां नहीं किया जा रहा है।
रिपोर्ट में बताया गया है, “भट्टी थाना पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार पकड़े गए आरोपियों में मिलन चौक निवासी 20 वर्षीय सतीश चंद्र दास, गांधी चौक निवासी 18 वर्षीय मोहम्मद साहिल के अलावा छावनी के ही रहने वाले दो नाबालिग शामिल है। ये सभी आरोपी सेक्टर वन मुर्गा चौक के पास एक गाय के साथ अप्राकृतिक कृत्य कर रहे थे। भट्टी पुलिस ने चारों को गाय से गलत काम करते रंगेहाथों पकड़ा और इनके खिलाफ धारा 377 और 34 के तहत कार्रवाई करते हुए जेल भेज दिया है।”
स्पष्ट है कि छत्तीसगढ़ में ऐसी दो घटनाएं हुई और जिस घटना का सीसीटीवी फुटेज शेयर किया गया, वह बालोद में हुई घटना का है, जिसका आरोपी हिंदू नाबालिग है। वहीं अन्य घटना में चाार आरोपी हैं, जिसमें दो बालिग में से एक हिंदू और एक मुस्लिम है।
वायरल पोस्ट को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर को फेसबुक पर करीब दो लाख लोग फॉलो करते हैं।
निष्कर्ष: :छत्तीसगढ़ के बालोद में पशु के साथ प्राकृतिक यौनाचार करने के मामले में आरोपी युवक नाबालिग है और हिंदू समुदाय का है और इसी घटना के सीसीटीवी फुटेज को गलत दावे के साथ सांप्रदायिक रंग देकर वायरल किया जा रहा है।
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