राजगढ़(धार)। मालव केसरी प्रसिद्ध वक्ता पुज्यपाद गुरुदेव श्री सौभाग्यमल जी म.सा के सुशिष्य सौभाग्यकुल दिवाकर श्रमणसंघीय प्रवर्तक गुरुदेव श्री प्रकाशमुनि जी म.सा निर्भय आदि ठाणा की चातुर्मास के पश्चात शेषकाल मे मालवा,निमाड़,डूँगर के क्षेत्र मे विचरण करने की भावभरी विनती को लेकर जगह-जगह के श्री संघ के सभी वरिष्ठजन समय समय पर प्रवर्तक श्री से निरंतर विनती कर रहे है।
ज्ञात रहे कि पूज्य प्रवर्तक श्री 5 वर्ष के लंबे अंतराल के बाद म.प्र. की धरा पर पधारे है, अनेक नगर जैसे रतलाम,नागदा (धार),राजगढ,खाचरोद,झाबुआ,करवड़,पेटलावद,मेघनगर,थाँदला,करही,बड़वाह,बामनिया,खवासा,बदनावर,कल्याणपुरा,खरनोन,सेंधवाजावरा,मंदसौर,नीमच आदि मालवा,निमाड़,डूँगर के सभी नगर के श्री संघ के वरिष्ठ श्रावकगण एवं श्री संघ के सभी सदस्य पुज्य प्रवर्तक गुरुदेव से अपने अपने नगर मे पधारने की पुरजोर विनती कर रहे है, सभी संघो के वरिष्ठ श्रावकगण का कहना है पुज्य प्रवर्तक गुरुदेव का इन सभी श्री संघो मे विचरण करे बहुत समय हो गया है,इसलिए प्रवर्तक श्री को मालवा, निमाड़, डूँगर के नगरो की स्पर्शना करना चाहिए, प्रवर्तक श्री के द्वारा सभी संघो के वरिष्ठजनो को आश्वासन दिया है की यदि म.प्र. मे ही विचरण हुआ तो सभी जगह अवश्य पधारेगे ।
विशेष : पुज्य प्रवर्तक श्री से गुजरात के दाहोद, लिमड़ी, गोधरा,बडोदा,सुरत,अमदाबाद आदि विभिन्न श्री संघ के साथ ही राजस्थान के कोटा,उदयपुर,जोधपुर,सवई मधोपुर आदि विभिन्न जगहो के श्री संघ के वरिष्ठजन भी पुज्य प्रवर्तक श्री से अपने अपने नगर मे पधारने की विनती लेकर पुज्य श्री के चरणों मे उपस्थित हो रहे है।
जानकारी गुरु सौभाग्य प्रकाश भक्त मंडल के प्रांतीय सदस्य पिन्टु एवं हेमंत वागरेचा ने दी।
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