नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। प्रयागराज महाकुंभ जा रही ट्रेन पर हाल ही में पत्थर फेंकने का मामला सामने आया था। इससे जोड़कर सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें ट्रेन गुजरने के दौरान मैदान में जमा भीड़ को देखा जा सकता है। कुछ यूजर्स इस वीडियो को शेयर करते हुए दावा कर रहे हैं कि यह वीडियो महाकुंभ जा रही ट्रेन पर पत्थर फेंकने का है।
विश्वास न्यूज की जांच में वायरल वीडियो करीब छह माह पुराना निकला, जबकि महाकुंभ जा रही ट्रेन पर पत्थर फेंकने की घटना 12 जनवरी 2025 की है। दरअसल, ताप्ती गंगा एक्सप्रेस पर महाराष्ट्र के जलगांव स्टेशन के पास किसी ने पत्थर फेंक दिया था, जिससे खिड़की का शीशा टूट गया था। वायरल वीडियो का ताप्ती गंगा एक्सप्रेस पर फेंके गए पत्थर की घटना से कोई संबंध नहीं हैं
वायरल पोस्ट
फेसबुक यूजर Sunil Chacha Hindu ने 15 जनवरी को वीडियो को ताप्ती गंगा एक्सप्रेस पर पत्थर फेंकने की घटना के साथ शेयर (आर्काइव लिंक) किया है।
पड़ताल
वायरल दावे की जांच के लिए हमने सबसे पहले हमने ताप्ती गंगा एक्सप्रेस पर पत्थर फेंकने के मामले में सर्च किया। जी न्यूज के एक्स हैंडल से 13 जनवरी को इस घटना का वीडियो पोस्ट किया गया है। इसमें बताया गया है कि ट्रेन सूरत के उधना से प्रयागराज के लिए चली है। 12 जनवरी को जलगांव स्टेशन से करीब तीन किमी आगे किसी ने पत्थर फेंका।
जनसत्ता की वेबसाइट पर छपी 13 जनवरी को छपी खबर के अनुसार, महाराष्ट्र के जलगांव स्टेशन के पास ताप्ती गंगा एक्सप्रेस पर किसी अज्ञात शख्स ने पत्थर फेंका, जिससे कोच की खिड़की का शीशा टूट गया। जलगांव पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। इस घटना में किसी को चोट नहीं लगी है।
इस बारे में हमने जलगांव आरपीएफ प्रभारी इंस्पेक्टर डीएच पाटिल से संपर्क किया। उनका कहना है कि ताप्ती गंगा एक्सप्रेस पर एक किसी ने एक पत्थर फेंक दिया था। उसकी तलाश के लिए दो टीम लगी हुई हैं। यहां कोई सीसीटीवी कैमरा नहीं है। ट्रैक के आसपास बच्चे खेलते रहते हैं या कुछ नशेड़ी भी घूमते रहते हैं। कुछ समय पहले दो नशेड़ियों में ऐसा ही झगड़ा हो गया था, जिसके बाद एक ने दूसरे पर पत्थर फेंका, जो ट्रेन पर लगा था। इसके लिए वे गांव के सरपंच और बड़े बुजुर्गों को समझाते हैं कि बच्चों व युवाओं को इस तरह से पत्थर नहीं फेंकने के लिए समझाएं।
इसके बाद हमने वायरल वीडियो का कीफ्रेम निकालकर उसे गूगल लेंस से सर्च किया। 13 जुलाई 2024 को एक्स यूजर Vivek Gupta ने वायरल वीडियो को पोस्ट करते हुए जानकारी दी कि महाराष्ट्र के जलगांव जिले के अमलनेर इलाके में चेन पुलिंग करके कई अज्ञात लोगों ने पैसेंजर ट्रेन पर पथराव किया। यह भुसावल से नंदूरबार जा रही थी।
13 जुलाई 2024 को आजतक की वेबसाइट पर छपी खबर के अनुसार, 12 जुलाई को भुसावल से नंदुरबार जा रही ट्रेन पर पथराव हआ था। अमलनेर के पास एक दरगाह के पास से कई लोग उर्स में जाने के लिए ट्रेन में चढ़े थे। अगले स्टेशन भोरटेक के पास लोगों ने चेन पुलिंग की और ट्रेन से उतर गए। करीब 30 मिनट बाद जब ट्रेन चली तो लोगों ने पथराव कर दिया।
डीएच पाटिल ने कहा कि करीब छह माल पहले अमलनेर के पास पथराव की घटना हुई थी। वायरल वीडियो उसी घटना का है।
इससे यह साफ हो गया कि वायरल वीडियो करीब छह माह पहले ट्रेन पर हुए पथराव की घटना का है।
15 जनवरी 2024 को पीआईबी की रिपोर्ट के मुताबिक, वर्ष 2023 में आरपीएफ ने चलती ट्रेन पर पत्थरबाजी के 2898 मामले दर्ज किए और 1233 लोगों को गिरफ्तार किया। यात्रियों की सुरक्षा के लिए ‘संरक्षा’ अभियान चलाया गया है।
पुराने वीडियो को ताप्ती गंगा एक्सप्रेस पर फेंके गए पत्थर की घटना से जोड़ने वाले यूजर के चार हजार से ज्यादा फ्रेंड्स हैं।
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