नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। मध्य प्रदेश के रीवा का एक वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है। इसमें एक युवक युवती को बुरी तरह से पीट रहा है। 47 सेकंड के वीडियो को शेयर कर कुछ सोशल मीडिया यूजर्स दावा कर रहे हैं कि युवती को पीटने का आरोपी मुस्लिम समुदाय से है, जबकि युवती हिंदू है।
विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि युवक और युवती दोनों ही हिंदू हैं। युवक का नाम पंकज त्रिपाठी है। वीडियो को सांप्रदायिक रंग देकर गलत दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।
क्या है वायरल पोस्ट में
फेसबुक यूजर Bittu Kumar Pathak (आर्काइव लिंक) ने 27 दिसंबर को वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा,
मां – बाप , समाज के लाख समझाने के बाद भी
‘मेरा अब्दुल वैसा नहीं है’ कहने वाली हिन्दू लड़कियों के साथ कुछ ऐसा ही होता है , हां हो सकता है अंदाज़ कुछ अलग हो लेकिन होता ऐसा ही है Real seen from MP
ट्विटर यूजर @RAJPUTANAVHP (आर्काइव लिंक) ने भी इस वीडियो को समान दावे के साथ पोस्ट किया।
पड़ताल
वायरल वीडियो की पड़ताल के लिए हमने सबसे पहले इनविड टूल का इस्तेमाल किया। इससे हमें वीडियो का एक कीफ्रेम मिला, जिसे गूगल रिवर्स इमेज से सर्च करने पर लाइव हिन्दुस्तान के यूट्यूब चैनल पर वायरल वीडियो मिल गया। इसमें लिखा है कि वीडियो मध्य प्रदेश के रीवा का है। इसके डिस्क्रिप्शन में लिखा है कि मध्य प्रदेश के रीवा जिले का एक वीडियो वायरल हुआ है। शादी करने की बात कहने पर युवक ने प्रेमिका को मार-मारकर बेहोश कर दिया।
इसके बाद हमने कीवर्ड से इस बारे में गूगल पर ओपन सर्च किया। 25 दिसंबर को जागरण डॉट कॉम में छपी खबर के अनुसार, रीवा के मऊगंज थाना क्षेत्र में प्रेमिका ने अपने प्रेमी से शादी की बात की तो उसने युवती को बेरहमी से पीटा। इससे युवती बेहोश हो गई और वह काफी देर तक सड़क किनारे पड़ी रही। ग्रामीणों से सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और युवती को अस्पताल पहुंचाया। धारा 151 में युवक के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। आरोपी मऊगंज स्थित ढेरा गांव का निवासी है। यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है।
25 दिसंबर को आज तक में भी इस बारे में खबर छपी है। इसके अनुसार, रीवा में प्रेमिका को बेरहमी से पीटने वाले युवक को पुलिस ने यूपी के मिर्जापुर से गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी का नाम पंकज त्रिपाठी है। इस मामले में पुलिस ने पहले शांति भंग की धारा में केस दर्ज किया था। वीडियो वायरल होने पर मामले ने तूल पकड़ा तो पुलिस ने पंकज त्रिपाठी के खिलाफ आईटी एक्ट और अपहरण व मारपीट समेत कई धाराओं में केस दर्ज किया। इस केस में लापरवाही बरतने पर मऊगंज थाना प्रभारी श्वेता मौर्य को सस्पेंड कर दिया गया है।
कलेक्टर रीवा के वेरिफाइड ट्विटर अकाउंट से भी आरोपी पंकज त्रिपाठी को लेकर ट्वीट किया गया है। 25 दिसंबर को किए गए ट्वीट में लिखा है कि युवती से कथित रूप से मारपीट करने के आरोपी पंकज त्रिपाठी के घर के अवैध निर्माण को प्रशासन ने जेसीबी से गिरा दिया।
इसकी पुष्टि के लिए हमने रीवा के एसपी नवनीत भसीन के कार्यालय में संपर्क किया। वहां से बताया गया, ‘इस मामले में युवक और युवती दोनों हिंदू हैं। आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। इसमें कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं है।‘
वहीं, नईदुनिया के रीवा के प्रतिनिधि नीलांबुज पांडे ने इस बारे में कहा, ‘आरोपी का नाम पंकज त्रिपाठी है। युवती भी हिंदू है। सोशल मीडिया पर गलत पोस्ट वायरल हो रही है।‘
वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले फेसबुक यूजर ‘बिट्टू कुमार पाठक‘ की प्रोफाइल को हमने स्कैन किया। इसके मुताबिक, वह मुजफ्फरपुर के रहने वाले हैं और एक विचारधारा से प्रेरित हैं।
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