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Fact Check: रोंगटे खड़े कर देने वाला यह पुराना वीडियो चीन का है, अरुणाचल प्रदेश का नहीं

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर सीढ़ी के जरिए पहाड़ी पर चढ़ते हुए बच्चों व महिलाओं का एक वीडियो वायरल हो रहा है। 3.04 मिनट के इस वीडियो में पहाड़ी पर बेहद पतली पगडंडी पर खतरनाक तरीके से बच्चों व महिलाओं को आते-जाते देखा जा सकता है। चट्टानों के बीच बने घर भी इसमें दिख रहे हैं। कुछ यूजर्स इस रोंगटे खड़े कर देने वाले वीडियो को शेयर कर दावा कर रहे हैं कि यह वीडियो अरुणाचल प्रदेश के एक गांव का है।

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि यह वायरल वीडियो चीन का है, भारत का नहीं। चीन के दक्षिण-पश्चिम में स्थित इस गांव का वीडियो करीब ढाई साल पहले भी वायरल हो चुका है।

क्या है वायरल पोस्ट में

फेसबुक यूजर J K Singh Arya (आर्काइव लिंक) ने 10 दिसंबर को वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा,

हमें अपने यहाँ बस, ट्रेन सुविधा की शिकायत रहती है.
यह अरुणाचल का एक छोटा सा गांव है.
यहां जिंदगी की रोज की चुनौती भी देख लें…

China Clifftop Village Video

ट्विटर यूजर ‘रतन कुमार अग्रवाल‘ (आर्काइव लिंक) ने भी वीडियो को पोस्ट करते हुए इसे अरुणाचल प्रदेश का बताया।

पड़ताल

वायरल वीडियो की पड़ताल के लिए हमने सबसे पहले ट्विटर यूजर ‘रतन कुमार अग्रवाल’ के कमेंट सेक्शन में देखा। इसमें कई यूजर्स ने इस वीडियो को चीन का बताया है।

ट्वीट के रिप्लाई में हमें यूजर दीपक कुलश्रेष्ठ का कमेंट मिला। इसमें एक यूट्यूब चैनल का लिंक दिया गया है, जिसमें वायरल वीडियो को देखा जा सकता है। 19 अप्रैल 2020 को अपलोड इस वीडियो के टाइटल में लिखा है, Dangerous mountain village in china। (चीन का खतरनाक पहाड़ी गांव)।

कीवर्ड से सर्च करने पर हमें यूट्यूब चैनल Ali Official Entertainment and informative Floor पर 29 अप्रैल 2020 को अपलोड किया गया वायरल वीडियो मिला। इसमें भी इसे चीन का बताया गया है।

सीएनएन में 15 मई 2020 को चीन के इस गांव की खबर छपी है। इसके अनुसार, दक्षिण-पश्चिम चीन में 800 मीटर (2,624 फुट) ऊंची पहाड़ी की चोटी पर रहने वाले ग्रामीणों को स्थानांतरित कर दिया गया है। सिचुआन प्रांत के 200 साल पुराने गांव अतुल’एर ने दुनिया भर में तब सुर्खियां बटोरी थीं, जब वर्ष 2016 में स्कूली बच्चों की तस्वीरें आई थीं, जिसमें वे सीढ़ी से चट्टान से नीचे आते हुए दिख रहे हैं। स्थानीय लोग इसे स्काई लैडर्स कहते हैं। दो घंटे की चढ़ाई के बाद ग्रामीण बाहरी दुनिया के संपर्क में आते थे। इसी सीढ़ी के जरिए किसान सामान लादकर पहाड़ी से नीचे मार्केट में जाते हैं। हालिया कुछ साल में स्थानीय अथॉरिटीज ने हाथ की बनी सीढ़ियों की जगह स्टील की बनी सीढ़ियां लगवा दी थीं। चीन की सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ के मुताबिक, इस हफ्ते 84 लोगों ने गांव और सीढ़ियों को पीछे छोड़ते हुए 75 किलोमीटर दूर झाओजु काउंटी में अपना आशियाना बसा लिया है। सभी गांव वाले वहां से नहीं गए हैं। करीब 30 परिवारों ने गांव में रुकने की योजना बनाई है।

China Clifftop Village Video

यूट्यूब चैनल South China Morning Post पर 18 मई 2020 को इस बारे में वीडियो न्यूज अपलोड की गई है। ‘क्लिफ विलेज’ में जिंदगी आसान नहीं है। लोगों को 800 मीटर की पहाड़ी चढ़नी और उतरनी पड़ती है गांव में आने-जाने के लिए। 80 परिवार यहां से दूर अपार्टमेंट्स में शिफ्ट हो गए हैं।

इस बारे में हमने चीन के पत्रकार जैक लू से संपर्क कर उनको वायरल वीडियो भेजा। उनका कहना है, ‘वायरल वीडियो काफी पुराना है और यह चीन का है। अब यह टूरिस्ट स्पॉट भी बन चुका है।

वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले फेसबुक यूजर ‘जे के सिंह आर्य‘ की प्रोफाइल को हमने स्कैन किया। फरवरी 2016 से फेसबुक पर सक्रिय यूजर के करीब 4200 फ्रेंड्स हैं।

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