नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें कुछ लोगों को घी के डब्बों में से पिस्तौल निकालते देखा जा सकता है। पोस्ट में दावा किया जा रहा है कि पुलिस ने घी के डिब्बों में छिपाकर रखी गई पिस्तौल के साथ मुस्लिम युवकों को पकड़ा।
विश्वास न्यूज ने वायरल पोस्ट की जांच की। हमने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल वीडियो 2019 का है और जिन लोगों को पिस्तौल के साथ गिरफ्तार किया गया था, वे मुस्लिम नहीं थे।
क्या हो रहा है वायरल?
फेसबुक यूजर Nigam Vishal ने 5 दिसंबर 2024 को वायरल वीडियो को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा, “देखिये ये शांति दूत कैसे-कैसे हथियार ला रहे हैं, पुलिस ने इनको सही समय पे पकड़ लिया वरना.
पोस्ट के आर्काइव लिंक को यहां पर देखें।
पड़ताल
वायरल पोस्ट की सच्चाई जानने के लिए सबसे पहले हमने इस वीडियो के स्क्रीनशॉट्स को को गूगल रिवर्स इमेज सर्च किया। हमें यह वीडियो दिल्ली तक के यूट्यूब चैनल पर 27 सितम्बर 2019 में अपलोड मिला। वीडियो के साथ कैप्शन में लिखा था, “दिल्ली में तस्करी, घी के डिब्बों में पिस्तौल।” वीडियो में बताया गया कि पकडे गए दोनों लोगों के नाम थे- जितेंद्र जीतू और राज बहादुर।
आगे कीवर्ड सर्च करने पर हमें इस मामले में बहुत-सी खबरें मिलीं। खबरों में भी पकड़े गए लोगों के नाम जितेन्द्र जीतू और राज बहादुर बताये गए।
हमने इस मामले में दिल्ली में क्राइम कवर करने वाले दैनिक जागरण के रिपोर्टर गौतम मिश्रा से बात की। उन्होंने कन्फर्म किया, “यह वीडियो 2019 की एक घटना का है, जब टिप मिलने पर दिल्ली पुलिस ने गाज़ीपुर में बोलेरो गाड़ी में आ रहे जीतेन्द्र जीतू और राज बहादुर को 26 पिस्तौलों के साथ पकड़ा था। पिस्तौल वनस्पति घी के डब्बों में छिपाई गयीं थीं।”
हमारी जांच में साफ़ हुआ कि घी के डब्बों में से पिस्तौलें मिलने का यह मामला 2019 का था और मामले में गिरफ्तार किये गए दोनों लोग हिन्दू थे, मुस्लिम नहीं।
अंत में हमने वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर निगम विशाल (Nigam Vishal) के फेसबुक अकाउंट को स्कैन किया। यूजर झाँसी का रहने वाला है और फेसबुक पर इनके करीबी 3000 फॉलोअर्स हैं।
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