नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। बरेली जिले में तैनात उत्तर प्रदेश की पीसीएस अधिकारी ज्योति मौर्या को लेकर सोशल मीडिया पर कई पोस्ट वायरल हो रही हैं। इनमें से एक वीडियो को शेयर कर कुछ यूजर्स दावा कर रहे हैं कि ज्योति मौर्या का निधन हो गया है और उनके अंतिम संस्कार में यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी शाामिल हुए। वहीं, एक अन्य यूजर ने रील शेयर कर दावा किया है कि ज्योति मौर्या ने सुसाइड कर लिया है।
विश्वास न्यूज ने इसकी जांच की तो पाया कि ज्योति मौर्या को लेकर सोशल मीडिया पर शेयर की जा रही पोस्ट कोरी अफवाह हैं। पीसीएस अधिकारी ज्योति को लेकर पहले भी कई पोस्ट वायरल हुई हैं, जिनकी जांच विश्वास न्यूज ने की है। जांच में कई पोस्ट फर्जी निकली हैं। फैक्ट चेक रिपोर्ट को आप यहां पढ़ सकते हैं।
क्या है वायरल पोस्ट
फेसबुक यूजर ‘अंजु प्रजापित जी‘ (आर्काइव लिंक) ने 14 जुलाई को एक वीडियो शेयर करते हुए लिखा,
“आज एसडीएम ज्योति मौर्या का हो गया निधन योगी आदित्यनाथ ने किया अंतिम संस्कार”
वीडियो में दावा किया जा रहा है कि “ज्योति की हत्या कर दी गई है। आज उनका अंतिम संस्कार किया गया, जिसमें सीएम योगी भी शामिल हुए हैं। इसका आरोपी आलोक को बताया जा रहा है। आलोक खुद को बेकसूर बता रहा है। इससे पहले शाम को ज्योति पर जानलेवा हमला हुआ था।“
फेसबुक यूजर ‘मनोज दास‘ (आर्काइव लिंक) ने भी 15 जुलाई को एक रील शेयर करते हुए लिखा,
“आलोक मौर्या के फंसाने के लिए ज्योति मौर्या मर गया
अभी-अभी ज्योति मौर्या का निधन हु”
रील पर लिखा है, “अभी-अभी ज्योति मौर्य का निधन हुवा, ज्योति मौर्य आत्महत्या कर लिया“
पड़ताल
वायरल दावे की पड़ताल के लिए हमने सबसे पहले कीवर्ड से इस बारे में गूगल पर सर्च किया, लेकिन ऐसी कोई खबर नहीं मिली, जिससे वायरल दावे की पुष्टि हो सके। अगर ऐसा कुछ होता तो मीडिया की सुर्खियां जरूर बनता। बरेली पुलिस के ट्विटर हैंडल पर भी इस बारे में कोई जानकारी नहीं मिली।
इसके बाद हमने वीडियो में इस्तेमाल किए गए थंबनेल को भी जांचा। यह कुछ तस्वीरों का कोलाज है। इसमें दी गई तस्वीरों को हमने गूगल लेंस की मदद से सर्च किया।
पहली तस्वीर
कोलाज की एक तस्वीर में एक पुलिस अधिकारी को देखा जा सकता है। वहां कुछ अन्य लोग भी खड़े हैं। इस फोटो को हमने गूगल लेंस की मदद से सर्च किया। इससे संबंधित खबर हमें 21 अप्रैल 2016 को हिन्दुस्तान टाइम्स की वेबसाइट पर मिली। इसका कैप्शन है, “देहरादून में एक समारोह के दौरान पुलिस के घोड़े ‘शक्तिमान’ के पार्थिव शरीर को सलामी देती एक पुलिस अधिकारी। (एएफपी फोटो)”। खबर में लिखा है कि एक घोड़े को ‘पुलिस सम्मान’ के साथ दफनाया गया। आरोप है कि उस पर भाजपा नेता ने हमला किया था।
दूसरी तस्वीर
कोलाज की दूसरी तस्वीर को हमने गूगल लेंस और रिवर्स इमेज की मदद से सर्च किया, लेकिन कोई सफलता मिली। इसके बाद कीवर्ड से इस बारे में सर्च करने पर हमें द वीक की वेबसाइट पर इससे मिलती-जुलती तस्वीर मिली। खबर में दी गई तस्वीर और थंबनेल में इस्तेमाल की गई फोटो में सीएम योगी के साथ खड़े शख्स और पीछे टंगी पेंटिंग एक ही हैं। मतलब यह उस मौके की दूसरे एंगल से ली गई तस्वीर है। ऑरिजिनल तस्वीर में महंत परमहंस की फोटो लगी हुई है। तस्वीर का कैप्शन है, “उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या में महंत परमहंस रामचन्द्र दास को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित की। (पीटीआई)”।
अधिक जानकारी के लिए हमने बरेली दैनिक जागरण के ब्यूरो चीफ अशोक कुमार से संपर्क किया। उनका कहना है, “ऐसा कुछ नहीं है। वह सही-सलामत हैं। यह मात्र एक अफवाह है। इससे पहले भी उनको पद से हटाने को लेकर अफवाह वायरल हो चुकी है।“
15 जुलाई को दैनिक जागरण में छपी रिपोर्ट में लिखा है कि वाराणसी की रहने वाली ज्योति मौर्या की शादी आलोक मौर्य से हुई थी। उन्होंने पहले शिक्षक की नौकरी की और फिर 2016 में उन्होंने पीसीएस परीक्षा पास की। वह इस समय बरेली की चीनी मिल में जीएम के पद पर तैनात हैं। ज्योति के पति आलोक ने उन पर तलाक लेने का दबाव और जान से मारने की धमकी, हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया है।
पड़ताल के अंत में हमने फर्जी दावा करने वाले फेसबुक यूजर की प्रोफाइल को स्कैन किया। 24 मार्च 2021 को बने इस पेज को करीब 11 हजार यूजर्स फॉलो करते हैं। इस पर ज्योति मौर्या को लेकर कुछ और फेक पोस्ट की गई हैं।
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