नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। बकरीद के दौरान कुछ सोशल मीडिया यूजर्स ने एक वीडियो शेयर किया है। इसमें नमाजियों को सड़क पर नमाज अदा करते हुए देखा जा सकता है। इसको शेयर कर यूजर्स दावा कर रहे हैं कि मेरठ में बकरीद पर सड़क पर नमाज पढ़ी गई है।
विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो पुराना है। अप्रैल 2023 में भी यह वायरल हुआ था। मेरठ पुलिस ने भी इस वीडियो को पुराना बताते हुए पोस्ट को भ्रामक बताया है।
क्या है वायरल पोस्ट
वेरिफाइड ट्विटर यूजर ‘गौरव मिश्रा’ (आर्काइव लिंक) ने 28 जून 2023 को वीडियो को शेयर करते हुए लिखा,
“उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है तय स्थान पर ही पढ़े नमाज़ इस बक़रीद पर साथ ही तय स्थान पर ही कुर्बानी दी जाए नहीं तो होगी कार्यवाही लेकिन आप देखिये मेरठ में अब भी सड़को पर ही घेरकर नमाज़ होते आ रही है।“
फेसबुक यूजर ‘सूरज अहीर‘ (आर्काइव लिंक) ने भी 29 जून को वीडियो को शेयर करते हुए समान दावा किया है।

पड़ताल
वायरल दावे की पड़ताल के लिए हमने सबसे पहले कीवर्ड से इस बारे में सर्च किया कि मेरठ में बकरीद पर सड़क पर नमाज हुई या है या नहीं। दैनिक जागरण की वेबसाइट पर इस बारे में खबर छपी है। इसमें लिखा है कि बकरीद के मौके पर झमाझम बरसात के बीच नमाज अदा की गई। सुबह से ही दिल्ली रोड पर भारी पुलिस बल तैनात रहा, जिससे सड़क पर नमाज न पढ़ी जा सके। बकरीद से एक दिन पहले पुलिस ने मस्जिदों पर पोस्टर चस्पा कर सड़क पर नमाज नहीं अदा करने की अपील की थी। इसका असर बकरीद पर देखने को मिला।

दैनिक भास्कर की वेबसाइट पर भी इस बारे में खबर छपी है। इसके अनुसार, “शासन के सख्त आदेश के बाद भी पिछली ईद पर मेरठ में सड़क पर खुले में नमाज पढ़ी गई थी। इस बार प्रशासन काफी सख्त रहा, जिससे खुले में नमाज नहीं होने पाए। सुबह से ही पुलिस, प्रशासनिक अधिकारी अलर्ट नजर अए। सड़कों पर अतिरिक्त फोर्स तैनात रही। सड़क पर नमाजियों को बैठने नहीं दिया गया।”

इसके बाद बाद हमने वायरल वीडियो की पड़ताल के लिए उसे ध्यान से देखा। उसमें कार लुक्स का बोर्ड नजर आया। उसको गूगल पर सर्च करने पर हमें यह मेरठ के दिल्ली रोड की लोकेशन मिली। गूगल के 360 डिग्री व्यू में इस जगह को देखा जा सकता है। पास में ही डॉ रीता गोयल का बोर्ड भी दिख जाएगा।

अधिक जानकारी के लिए हमने कीवर्ड से फिर से इस वीडियो के बारे में गूगल पर सर्च किया। इसमें हमें ट्विटर यूजर क्रिटली (आर्काइव लिंक) की पोस्ट मिली। 22 अप्रैल 2023 को इस वीडियो को ट्वीट करते हुए लिखा गया कि मेरठ के ईदगाह चौराहे पर रास्ता रोक कर नमाज अदा की गई। मतलब यह वीडियो पुराना है, बकरीद का नहीं है।
ट्विटर यूजर गौरव मिश्रा के ट्वीट पर भी मेरठ पुलिस ने जवाब देते हुए इस वीडियो को पुराना बताया है। पुलिस ने इस पोस्ट को भ्रामक बताया है।
विश्वास न्यूज यह पुष्टि नहीं करता है कि वायरल वीडियो कब का है, लेकिन इसका इस बकरीद से कोई संबंध नहीं है।
इस बारे में अधिक जानकारी के लिए हमने मेरठ के स्थानीय पत्रकार केपी त्रिपाठी से संपर्क कर उनको वायरल वीडियो भेजा। उनका कहना है, “यह मेरठ के दिल्ली रोड का वीडियो है। इस बार बकरीद पर दिल्ली रोड पर नमाज नहीं होने दी गई है। बारिश की वजह से नमाजी भी कम आए हैं।“
वीडियो को भ्रामक दावे के साथ शेयर करने वाले ट्विटर यूजर ‘गौरव मिश्रा‘ की प्रोफाइल को स्कैन किया। जनवरी 2015 से ट्विटर पर सक्रिय यूजर के 15 हजार से ज्यादा फॉलोअर्स हैं।
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