नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। एक रैली पर पत्थर फेंके जाने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इसमें दिख रहा है कि कुछ लोग भगवा झंडों के साथ निकली रैली पर पत्थर बरसा रहे हैं । कुछ यूजर्स इसे शेयर कर दावा कर रहे हैं कि ये पश्चिम बंगाल की हालिया घटना है।
विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो ओडिशा का 2023 का है। इसका पश्चिम बंगाल से कोई संबंध नहीं है।
क्या है वायरल पोस्ट?
फेसबुक यूजर Dharmendra Ojha (आर्काइव लिंक) ने 1 मई को वीडियो पोस्ट कर लिखा, “भगवा झंडे के साथ आप बंगाल में रैली भी नहीं कर सकते है। देखिए कैसी गुंडागर्दी है बंगाल में। बंगाल ना हुआ बांग्लादेश हो गया हो जैसे।”
पड़ताल
वायरल दावे की जांच के लिए हमने वीडियो का कीफ्रेम निकालकर उसे गूगल लेंस की मदद से सर्च किया। हमें इस दौरान टाइम्स नाउ के यूट्यूब चैनल पर 13 अप्रैल 2023 एक वीडियो मिला, जिसमें वायरल क्लिप की झलकियां देखी जा सकती हैं। वीडियो के साथ लिखे कैप्शन के अनुसार, “Communal violence broke out during a Hanuman Jayanti rally in the Sambalpur district of Odisha on April 12. At least 10 policemen suffered injuries in the clash and several vehicles were torched and damaged.(12 अप्रैल को ओडिशा के संबलपुर जिले में हनुमान जयंती रैली के दौरान सांप्रदायिक हिंसा भड़क उठी। झड़प में कम से कम 10 पुलिसकर्मी घायल हो गए और कई वाहनों को आग लगा दी गई और क्षतिग्रस्त कर दिया गया।)”
कीवर्ड्स से ढूंढ़ने पर हमें मामले में बहुत-सी खबरें मिलीं।
दैनिक जागरण की 13 अप्रैल 2023 की खबर के अनुसार, “हनुमान जयंती को लेकर निकाली गई बाइक रैली के दौरान हुई हिंसा के बाद संबलपुर में तनावपूर्ण स्थिति है। शहर में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए 30 प्लाटून पुलिस बल तैनात किया गया है।”
इसके बाद हमने ढूंढा कि क्या पश्चिम बंगाल में हाल में ऐसी कोई घटना सामने आई है। टाइम्स ऑफ़ इंडिया की 19 अप्रैल 2024 की एक खबर के अनुसार, पश्चिम बंगाल के पूर्व मेदिनीपुर जिले में रामनवमी के जुलूस पर पथराव की एक कथित घटना में कम से कम चार लोग घायल हो गए।
दैनिक जागरण की 18 अप्रैल की खबर के अनुसार, “पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले के कई इलाकों में रामनवमी के जुलूस पर पथराव और विस्फोटों की घटनाएं हुईं, जिसमें शक्तिपुर, माणिक्यहार और रेजीनगर इलाकों में हिंसा भड़क उठी। इन झड़पों में एक महिला और दो बच्चों सहित कम से कम 20 लोग घायल हो गए।”
हमने दैनिक जागरण के पश्चिम बंगाल पत्रकार जे के वाजपेयी से संपर्क किया। उन्होंने कहा, वायरल वीडियो वेस्ट बंगाल का नहीं है, मगर यह बात सही है कि रामनवमी के दौरान ऐसी कुछ घटनाये यहाँ भी सामने आयीं थीं।
वीडियो को वेस्ट बंगाल का बताकर शेयर करने वाले यूजर की प्रोफाइल को हमने स्कैन किया। अहमदाबाद के रहने वाले यूजर को 1 हजार से अधिक लोग फॉलो करते हैं।
The post Fact Check: ओडिशा में रैली पर पत्थर फेंकने की घटना को बंगाल का बताकर फैलाया जा रहा है भ्रम appeared first on Vishvas News.
0 Comments